भारत में बहुत से आम लोगों की रोजी-रोटी का साधन गाय है. अगर दो-चार गाय शाम को समय से घर न आए, तो लोग उन्हें ढूंढने निकल जाते हैं, लेकिन राजस्थान में तकरीबन 75 हजार गाय-बछड़े लम्पी वायरस से मर चुके हैं. सरकारी आंकड़ों के हिसाब से तो 43 हजार हैं. मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात में भी लम्पी वायरस गायों में फैल रहा है. इसकी वजह से दूध-दही की कमी हो रही है. इन सब के बीच सवाल उठता है कि क्या लम्पी वायरस से संक्रमित गाय के दूध में भी संक्रमण होता है, जो इंसानों के शरीर में जाकर उन्हें भी बीमार कर सकता है?
ग्लोबल अलायंस फॉर वैक्सीन एंड इम्यूनाइजेशन के अनुसार, लम्पी वायरस गाय और भैस में होने वाली बीमारी है. यह एक तरह की स्किन डिजीज है, जो वायरस के कारण होता है. इसे Capripoxvirus के नाम से भी जाना जाता है. ग्लोबल वॉर्मिंग और ग्लोबलाइजेशन के कारण वायरस अपना बिहेवियर चेंज कर सकता है. हो सकता है आगे चलकर ये वायरस इंसानों में फैल जाए. इसलिए आपको अलर्ट और केयरफुल रहने की जरूरत है.