Home राज्य उत्तर प्रदेश चोरी छुपे ज्यादा कमीशन खोरी के चलते बाहरी समाचार पत्रो में छपवाते हैं विज्ञापान व टेंडर

चोरी छुपे ज्यादा कमीशन खोरी के चलते बाहरी समाचार पत्रो में छपवाते हैं विज्ञापान व टेंडर

चोरी छुपे ज्यादा कमीशन खोरी के चलते बाहरी समाचार पत्रो में छपवाते हैं विज्ञापान व टेंडर

चोरी छुपे ज्यादा कमीशन खोरी के चलते बाहरी समाचार पत्रो में छपवाते हैं विज्ञापान व टेंडर

विशाल भारद्वाज

लखीमपुर खीरी । पलिया ब्लाक में खंड विकास अधिकारी की तैनाती के बाद से ही स्थानीय पत्रकारों से दूरियां बनाने लगी है इसका उदाहरण ग्राम समाज में विकास कार्यों के लिए हर एक पंचायत में भरपूर बजट बनाकर कार्य योजनाएं सरकार की तरफ से किया जा रहा है जिसका विज्ञापन और टेंडर पलिया में प्रकाशन करने वाले समाचार पत्रों से बचाकर बाहरियों को दिया जाता है उसका भी बड़ा खुलासा सामने आया है आपको बता दें कि स्थानीय पत्रकारों से बचाकर बाहरी समाचार पत्र में टेंडर विज्ञान छपवाने मे अच्छा कमीशन मिलता है जिन पंचायतों में सरकारी काम होता है उसका टेंडर व विज्ञान उन्हीं को दिया जाता है जो उनके खराब और भ्रष्टाचारी को दबाने में हर समय साहब की डूबती नैया को बचा सकें कई ग्राम पंचायतों में ऐसा ही देखने को मिल जायेगा जहां भ्रष्टाचारी को उजागर किया जाता है और संबंधित विभागों में बैठे हुए लोग ऐसे लोगों से भ्रमित खबरें चलवाकर फाइलों को वारा न्यारा कर देते हैं आपको बता दें कि ऐसे चंद लोग हैं जो अधिकारी को रिश्ते नाते और रसूखदार लोगों का हवाला देकर हर गलत कार्य को विभागीय लोगों के साथ मिलकर सही करके सभी मामलों को दबा दिया जाता हैं।

गांव की बत्तर हालातों को लेकर ब्लाक में पहुंचते हैं फरियादी

पलिया गांव की फेंकू खबरों को दी जाती है फाइलों में जगह और उन्हीं का चलता हैं डंका आखिर उनका क्या जो कोशो दूर से गांव की बदहाली लेकर पहुंचते हैं पलिया ब्लाक में गांव के तमाम मुद्दों को लेकर फरियादी और प्रधान ब्लाक पहुंचते हैं लेकिन चेंबर में ऐसी की हवा खा रहे अधिकारी उन फरियादियों की शिकायत तो ले लेते हैं लेकिन उस गांव की ख़बरों के माध्यम से सब कुछ ठीक ठाक दिखा दिया जाता है अब भला बताओ उनकी कहा होगी सुनवाई जब कागजों में कार्य अच्छा हो गया है अगर हम गांवो की बात करें तो न जाने कितनी पंचायत है जो सरकार की योजनाओं से कोशो दूर है और ब्लाक में बैठे अधिकारी फेंकू नंबर बढ़ाने वाली प्रकाशित खबरों को ही तबज्जों देकर फ़ाइल मेनटेन कर देते हैं रही बात फरियादियों की तो कौन सी सरकार में फरियादियों की चप्पलें नहीं घिसी है और कौन सा यह नया खेल है सभी को तो लड्डू बाट कर खाया जाता है।

यही सब में तो चलता हैं खेल और होता बड़ा घोटाला

जिन समाचार पत्रो में टेंडर विज्ञान छपवाया जाता हैं उनमें सबसे बड़ा कमीशन खोरी दलालों द्वारा तय की जाती है और उसी को दिया जाता है जो करें हमारी और सुनें हमारी कहे किसी से ना इसी तर्ज पर टेंडर विज्ञान छपवाकर खराब से खराब और खस्ता हाल से खस्ता हाल को भी खबर के माध्यम से अच्छा दिखा दिया जाता है इसमें भी अच्छी कमीशन खोरी चल रही है सूत्रों से मिली जानकारी में यह भी पता चला है कि गांव मे अच्छा कार्य दिखाने के लिए कुछ चुनिंदा लोगों को सेट किया है और उन्हीं से सब कुछ करवाया जाता है इस काम के लिए अच्छा खासा कमीशन भी दिया जाता हैं।

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