डिजिटल मार्केटिंग, जिसे ऑनलाइन मार्केटिंग भी कहा जाता है, इंटरनेट और अन्य डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके उत्पादों और सेवाओं को प्रमोट करने की प्रक्रिया है। यह पारंपरिक मार्केटिंग की तुलना में अधिक प्रभावी और लक्षित होता है, क्योंकि यह विशिष्ट दर्शकों तक पहुंचने के लिए विभिन्न तकनीकों और चैनलों का उपयोग करता है।
डिजिटल मार्केटिंग के मुख्य घटक:
सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO): वेबसाइट को सर्च इंजन में उच्च रैंक पर लाने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग करना।
सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM): पेड विज्ञापन के माध्यम से सर्च इंजन परिणामों में अपनी वेबसाइट की दृश्यता बढ़ाना।
सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM): फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उत्पादों और सेवाओं को प्रमोट करना।
कंटेंट मार्केटिंग: उपयोगी और आकर्षक कंटेंट तैयार करना और उसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर साझा करना, जिससे ग्राहकों को आकर्षित किया जा सके।
ईमेल मार्केटिंग: संभावित और मौजूदा ग्राहकों को ईमेल के माध्यम से प्रोमोशनल संदेश भेजना।
पेपे क्लिक (PPC): Google Ads जैसे प्लेटफॉर्म्स पर विज्ञापन के लिए भुगतान करना, जिसमें विज्ञापन पर क्लिक होने पर ही शुल्क लगता है।
एफिलिएट मार्केटिंग: अन्य वेबसाइटों या व्यक्तियों के माध्यम से उत्पादों और सेवाओं को प्रमोट करना और बिक्री पर कमीशन देना।
वेब एनालिटिक्स: वेबसाइट ट्रैफिक और उपयोगकर्ता व्यवहार को मापने और विश्लेषण करने के लिए उपकरणों का उपयोग करना, ताकि मार्केटिंग रणनीतियों को सुधार सकें।
डिजिटल मार्केटिंग के लाभ:
लक्षित विज्ञापन: विशिष्ट दर्शकों को लक्षित करने की क्षमता।
मापनीयता: अभियानों के प्रदर्शन को आसानी से मापा और ट्रैक किया जा सकता है।
लागत-प्रभावी: पारंपरिक मार्केटिंग की तुलना में आमतौर पर सस्ता।
वैश्विक पहुंच: इंटरनेट के माध्यम से दुनिया भर के लोगों तक पहुंच।
उच्च जुड़ाव: सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से ग्राहकों के साथ सीधे जुड़ाव।