*हाथरस-न्यायालय के आदेश के बाद भी न्याय के लिए भटक रहे बेसहारा धर्मेन्द्र व रूपेन्द्र।*
आपको बता दें मिली जानकारी के अनुसार मामला है तहसील सादाबाद के गांव चौबारा का।जहां के बेसहारा धर्मेन्द्र व रूपेन्द्र का बचपन से ही माता-पिता का साया छूट गया। पहले माता लापता हुई,दो वर्ष बाद पिता लापता।जिसका नाजायज फायदा बेसहाराओं की बूआ व उनके परिवार ने उठाया। लेकिन बेसहाराओं को उनके मामा कमल शर्मा अपने गांव अर्जुनपुर ले आये।जहां उनका पालन पोषण हुआ।बेसहाराओं के मामा के मुताबिक उनकी बूआ और उनके पति ने छल कपट से संपत्ति को हड़पने की नीयत से न्यायालय में वाद प्रस्तुत किए।मामला सालों तक न्यायालय में लंबित रहा।लेकिन न्यायालय ने भी फैसला बेसहाराओं के पक्ष में रखा। लेकिन बेसहाराओं व मामा का कहना है कि न्यायालय के फैसले के बाद भी विपक्षी कब्जा नहीं करने दे रहें हैं जिसमें राजस्व टीम व पुलिस प्रशासन द्वारा भी कोई सहयोग नहीं किया जा रहा है।जिसकी शिकायत पीड़ितों ने जिला अधिकारी हाथरस से प्रार्थना पत्र के माध्यम से की है।