इंडो नेपाल बार्डर सुरक्षा में लगे जिम्मेदार, आपराधिक गतिविधियों को रोकने में हो रहे नाकाम
विशाल भारद्वाज
लखीमपुर खीरी । सूत्रों के मुताबिक सीमा पार बैठे राष्ट्र विरोधी आकाओं की सह पर भारतीय सीमा क्षेत्र में अपनी जड़ें फैलाये बैठे कुख्यात तस्कर बड़ी आसानी से अपनी गतिविधियों को अंजाम देने में लगे हुए है और सुरक्षा तंत्र इससे अंजान बना हुआ है बताते चलें कि प्रदेश व केंद्र सरकार के द्वारा चीनी समेत अन्य खाद्यान्न वस्तुओं के निर्यात पर रोक लगाने के बाद सीमा क्षेत्र से लेकर कस्बो तक खासा गतिविधियां देखने को मिल रही है कि किस तरह से कुख्यात तस्कर बक्शा बंद छोटा हाथी पिकअप मैजिक को माध्यम बनाकर लाखों रुपये का किराना कपड़ा जूता चप्पल हार्डवेयर नशीली दवाइयां अफीम स्मैक को बॉर्डर के कजरिया वनगांव सूंडा सौन्हा में बने बड़े बड़े गोदामों तक पहुंचाने का कार्य रहे हैं विशेष सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त तस्कर दिन के उजाले में सेल्स मैनी का बहाना बनाकर दिन भर बॉर्डर एरिया की रेकी कर सुरक्षा एजेंसियों की गतिविधियों पर नजर रखते है और रात होते ही मिशन तस्करी में पूरा गैंग सक्रिय हो जाता है जिसका शिलशिला पूरी रात चलता रहता है खासकर रात में तीन बजे से पांच बजे के बीच क्योंकि उस समय सुरक्षा में लगे जवानों की ड्यूटी बदलने का समय होता है उसी का फायदा उठाकर उक्त गैंग के सदस्य पहले से लोड खड़ी गाड़ियों को बॉर्डर के समीप बने गोदामो तक बड़ी आसानी से पहुचा देते हैं सुरक्षा एजेंसियों को चाहिए कि दिन में सेल्समैनी के नाम पर बनगाँव कजरिया सूंडा सौन्हा तक जाने वाली सभी बक्शा बंद एवं खुली गाड़ियों की गहनता से छानबीन कर गाड़ी नंबर रजिस्टर में दर्ज करें।