निकू वार्ड में नवजात बच्चों को शीशे में रखा जाता है। यह वह बच्चे होते हैं जो समय से पहले जन्म लेते हैं, या जिन्हें पीलिया या फिर सांस लेने में दिक्कत होती है। शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बच्चे वार्ड में लगे एसी में शार्ट सर्किट सिविल अस्पताल यमुनानगर के निकू वार्ड में शनिवार सुबह आग लग गई। वार्ड में 30 बच्चे दाखिल थे जो बाल-बाल बच गए।
अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने अपनी जान पर खेल कर बच्चों को बचाया। आग से वार्ड में रखा सारा सामान व रिकॉर्ड जलकर राख हो गया। दमकल विभाग की एक गाड़ी ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। वार्ड में भर्ती बच्चों को जगाधरी के निकू वार्ड व ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
निकू वार्ड में नवजात बच्चों को शीशे में रखा जाता है। यह वह बच्चे होते हैं जो समय से पहले जन्म लेते हैं, या जिन्हें पीलिया या फिर सांस लेने में दिक्कत होती है। शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बच्चे वार्ड में लगे एसी में शार्ट सर्किट हुआ। जिससे वार्ड में रखे रिकॉर्ड में आग लग गई। देखते ही देखते आग दूसरी जगह भी फैल गई। आग की लपटें उठते देख वार्ड में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने शोर मचा दिया।
तब वहां पर पांच कर्मचारी ड्यूटी पर थे। कर्मचारियों ने अपनी जान पर खेल कर सभी बच्चों को बाहर निकाला। अस्पताल के स्टाफ की तरफ से इसकी सूचना दमकल विभाग को दी गई।दमकल की एक गाड़ी ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया।
निकू वार्ड में ड्यूटी पर तैनात कल्पना शर्मा ने बताया कि एसी में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी। सभी बच्चे सुरक्षित हैं। स्टाफ ने हिम्मत दिखाते हुए बच्चों को सकुशल बाहर निकाल लिया।
मामले की जांच की जाएगीः मंजीत सिंह
सिविल सर्जन डॉ. मंजीत सिंह ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी। फिलहाल यह पता लगा है कि शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी है। सभी बच्चे सकुशल है।