कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत और चीन के बीच सीमाओं पर हुई झड़प को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। इसके अलावा कांग्रेस सांसद ने चीन के साथ जारी तनाव को लेकर भी बड़ा बयान दिया है।
राहुल गांधी ने तमिल सिनेमा के एक्टर और नेता कमल हासन के बातचीत के दौरान कहा कि मोदी सरकार की ‘सुरक्षा के वैश्विक दृष्टिकोण पर गलत अनुमान’ ने चीन को एक स्पष्ट संदेश दिया है कि वे जो कुछ भी करें, बदले में भारत कोई जवाब नहीं देगा।
सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय
राहुल गांधी ने आगे कहा कि आज के समय में सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय बन चुकी है। 21वीं सदी में हमारी सीमा कैसी दिखती है, इसको लेकर केवल ‘ठीक है’ कहना सुरक्षा के लिए पर्याप्त कहना सही नहीं होगा।
21वीं सदी में सुरक्षा को लेकर एक ग्लोबल नजरिया होना चाहिए और मुझे लगता है कि यहां हमारी सरकार का आकलन बिल्कुल गलत है। राहुल गांधी ने कहा कि हम लगातार सुनते आ रहे हैं कि सीमा पर क्या हो रहा है?
भारत-चीन सीमा विवाद पर क्या बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि चीन, भारत पर उसी तरह से अमल कर रहा है जैसे रूस ने यूक्रेन के साथ किया है। चीन भारतीय सीमा को बदलने की लगातार धमकी दे रहा है।
राहुल ने दावा किया कि भारत-चीन सीमा विवाद का संबंध सीधे-सीधे कमजोर अर्थव्यवस्था, बिना दृष्टिकोण वाले भ्रमित राष्ट्र तथा नफरत एवं गुस्सा’ से है।
उन्होंने कहा, ‘रूसियों ने यूक्रेन से कहा कि हम नहीं चाहते कि तुम पश्चिम के साथ मजबूत संबंध रखो। बुनियादी रूप से उन्होंने यूक्रेन से यह कहा था कि अगर तुम पश्चिम के साथ मजबूत रिश्ता रखोगे तो हम तुम्हारा भूगोल बदल देंगे।’
रूस की तरह, चीन भी अपना सकता है ये सिद्धांत
राहुल गांधी ने दावा किया है कि जिस तरह रूस, यूक्रेन के साथ कर रहा है वैसे ही चीन भी यहीं सिद्धांत भारत के लिए अपना सकता है।
राहुल गांधी ने कहा कि चीनी भी यहीं कर रहे हैं, वह सावधान कर रहे है। वह लद्दाख में घुस जाएंगे, हम अरुणाचल प्रदेश में घुस जाएंगे।
मैं यह देख सकता हूं कि वे इस तरह के रवैये के लिए एक बुनियाद तैयार कर रहे हैं। राहुल ने आगे ये भी कहा कि मैं नहीं मानता कि पश्चिम, चीन का मुकाबला कर सकता है।
मेरा विश्वास है कि भारत चीन का मुकाबला कर सकता है। उन्होंने कहा कि उत्पादन की दुनिया में हम चीन की तरह बन सकते हैं।
चीन कर रहा कब्जा
राहुल गांधी ने कहा कि चीन 2002 वर्ग किलोमीटर भूभाग पर कब्जा कर चुका है। इसको लेकर पीएम मोदी ने साफ तौर पर कुछ भी नहीं किया है। सेना ये साफ कहा है कि चीन हमारी जमीन पर बैठे हैं। इससे चीन को एक साफ संदेश गया है कि वो चाहे जो भी करें लेकिन भारत कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देगा।