प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के MP News नाम ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश या एक संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी के तहत हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों की विस्तार से एक निष्पक्ष जांच की जाए।
ज्जैन में शहर (जिला) कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रवि भदौरिया के नेतृत्व में टॉवर चौक से उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ रोष यात्रा निकाली गई। जो टॉवर चौक से शुरू होकर शहीद पार्क, कंट्रोल रूम होते हुए भारतीय जीवन बीमा निगम कार्यालय पहुंची। जहां पर सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर गौतम अडानी का पुतला का दहन किया। इसके साथ ही राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
मोदी सरकार की नीतियों से पूरा देश चिंतित’
शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रवि भदौरिया ने बताया कि हमारे देश की गौरव संस्थाएं भारतीय स्टेट बैंक और भारतीय जीवन बीमा को बर्बाद करने का कार्य भारतीय जनता पार्टी कर रही है। पहले भी एक केंद्रीय मंत्री द्वारा बीएसएनएल को बर्बाद कर दिया गया था। और आज आम भारतीय की कीमत पर अपने करीबी दोस्तों व चुनिंदा अरबपतियों को लाभ पहुंचाने की मोदी सरकार की नीतियों से पूरा देश खासकर मध्य वर्ग चिंचित है। मोदी सरकार द्वारा अडानी समूह में एलआईसी और एसबीआई जैसी सरकारी संस्थानों के बेहद जोखिम भरे लेन-देन और निवेश ने भारत के निवेशकों एलआईसी के 29 करोड़ पॉलिसी धारकों और एसबीआई के 45 करोड़ खाता धारकों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। इसे कांग्रेस पार्टी कभी बर्दाश्त नहीं करेंगी।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश या जेपीसी के तहत हो निष्पक्ष जांच
भदौरिया ने ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश या एक संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी के तहत हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों की विस्तार से एक निष्पक्ष जांच की जाए। एलआईसी व एसबीआई और अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों के जबरदस्त निवेश पर संसद में चर्चा की जानी चाहिए। साथ ही निवेशकों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए।
कांग्रेस की रोष यात्रा में सैकड़ों लोग हुए शामिल
शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रवि भदौरिया के साथ ग्रामीण अध्यक्ष कमल पटेल, भरत पोरवाल, करण कुमारिया, देवव्रत यादव, अशोक भाटी, विक्की यादव, माया त्रिवेदी, गब्बर कुवाल, अजीतसिंह, गीता यादव, लालचंद भारती, गोपाल यादव, अरुण रोचवानी, मनीष गोमे, अरुण वर्मा, पवन यादव, ठाकुर, फिरोज पठान, जाहिद पहलवान, छोटेलाल मंडलोई, परमानंद मालवीय, ओम गीता रामी, सपना सांखला, मेहताब शाह लाला, कैलाश सोनी, नाना तिलकर, अंजू जाटवा, रहीम लाला, अशफाक उल्लाखान, शिव लश्करी और चंद्रभानसिंह चंदेल आदि ने विरोध जताया।
इनके अलावा ऋतुराजसिंह चौहान, वंदना मिमरोट, अनीता राजपूत, सोनिया ठाकुर, यशवंत चौहान, हिमांशु जोशी, हिमांशु शर्मा, वीरभद्र वर्मा, वीरेंद्र शर्मा, ललित मीणा, सुदर्शन गोयल जितेंद्र परमार, बंटी फैज, मोहम्मद रुस्तम, बबलू खींची, दीपेश जैन, राज उदयवाल, मुजिफ सुपारी, शंकर परमार, यश पटेल, बंटी कलोदिया, पप्पू बौरासी, सतीश मरमट, मनोहर चावण्ड, वरुण शर्मा, रमेश परिहार, प्रवीण वशिष्ठ, अशोक माली सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने विरोध जाहिर किया।