Pragati Bhaarat:
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना मेरे दिल से निकली योजना है, जो बहनों के लिए वरदान साबित होगी। बहनों के जीवन को सरल तथा सुखद बनाना ही मेरे जीवन का ध्येय है। बहनों को जिस तरह राजनैतिक और सामाजिक रूप से सशक्त किया गया है, अब उन्हें आर्थिक रूप से भी सशक्त किया जाना मेरा लक्ष्य है। बहनें अपनी छोटी-मोटी जरूरतों और पैसों की आवश्यकता के लिए परेशान न हो, इसलिए लाड़ली बहना योजना के तहत हर महीने बहनों को एक-एक हजार रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने विश्वास व्यक्त किया कि बहनें इस राशि का उपयोग परिवार के सुदृढ़ीकरण और बेहतरी के लिए करेंगी। सीएम सलकनपुर में लाड़ली बहना योजना के फॉर्म भरने के लिए लगाए गए कैम्प में नागरिकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना, बहनों का सम्मान बढ़ाने का महायज्ञ है। बहने सशक्त होंगी तो परिवार, समाज, प्रदेश और देश सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि बहनों को योजना में आवेदन करने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हर गांव और हर वार्ड में शिविर लगाए जा रहे हैं और आवेदन भरने में मदद करने के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। बहनें योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी बिचौलिए और दलाल के झांसे में न आएं।
आज सिद्धपीठ सलकनपुर मंदिर में मां बिजासन देवी की पूजा-अर्चना कर सभी प्रदेशवासियों के मंगल की कामना की।
नवरात्र में हम बहनों की सेवा का अभियान चला रहे हैं। बहनों को स्वाबलंबी और सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत बहनों का फॉर्म भरवाया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन परिवारों की वार्षिक आय ढाई लाख रुपये से कम है, जिनके पास पांच एकड़ से कम भूमि है और जिन परिवारों में कोई आयकर दाता नहीं हो, ऐसे परिवारों की 23 से 60 आयु वर्ग की बहनें योजना के लिए पात्र हैं। बहनों को यह राशि उपलब्ध कराने से बहनों के साथ पूरे परिवार का भी कल्याण होगा। योजना के लिए 30 अप्रैल तक आवेदन भरे जाएंगे। मई महीने में आवेदनों की जांच होगी और 10 जून को पहली किस्त बहनों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारी सरकार महिलाओं के शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, बहनों के सशक्तिकरण के लिए बनाई गई है। सशक्तिकरण में सबसे अधिक जरूरी आर्थिक सशक्तिकरण है। बहनों के पास पैसा हो, तो उनमें आत्म-विश्वास भी होता है और स्वाभिमान का भाव भी जागृत होता है। मुख्यमंत्री चौहान ने बेहतर ढंग से कैम्प आयोजित कर बहनों के फॉर्म भरवाने के लिए जिला प्रशासन की सराहना भी की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान के साथ साधना सिंह, पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह राजपूत और बीजेपी जिलाध्यक्ष रवि मालवीय सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बहनों को कहीं जाने की जरूरत नहीं, गांव में ही फॉर्म भरवाए जा रहे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेरी बहनों को कोई दिक्कत न हो, यह मेरा कर्त्तव्य है। इसलिए योजना में आवेदन प्रक्रिया को बहुत सरल बनाया गया है। योजना के फॉर्म आपके गांव और शहर के वार्डों में भरवाए जा रहे हैं। बहनों को लोक सेवा केंद्र या कहीं और जाने की जरूरत नहीं है। सभी गांव एवं नगरीय वार्डों में कर्मचारियों को भेजकर फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। उन्होंनें कहा कि वैसे तो फॉर्म की अंतिम तिथि 30 अप्रैल रखी गई है, लेकिन जब तक सभी बहनों के आवेदन नहीं भरे जाते, तब तक शिविर लगाकर फॉर्म भरे जाएंगे।
यदि कोई पैसा मांगता है तो सीएम हेल्पलाइन 181 नंबर पर करें शिकायत
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ई-केवाईसी के लिए कोई शुल्क नहीं लग रहा है। शासन द्वारा एक ई-केवाईसी के लिए 15 रुपये का भुगतान संबंधित कॉमन सर्विस सेंटर्स को किया जाएगा। यदि किसी बहन से कोई ई-केवाईसी के लिए पैसा मांगता है, तो सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर फोन कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। बहनों को एक भी पैसा देने की जरूरत नहीं है। ई-केवाईसी इसलिए कराई जा रही है, जिससे बहनों के खाते में ही पैसा जाए। बहने निश्चिंत रहें, उनकी सारी चिंताएं हमारी हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने लाड़ली बहना पूजा मालवीय का लाड़ली बहना योजना का आवेदन भरा।