दिल्ली की पूर्व अधिकारियों की पंजाब में नियुक्ति पर विवाद हो गया है। विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष वड़िंग और नेता प्रतिपक्ष बाजवा बोले कि दिल्ली से सरकार चल रही है। पंजाब की रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी में भी पूर्व में दिल्ली से नियुक्तियां हुई थीं।
पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड में अध्यक्ष पद पर दिल्ली की रिटायर्ड आईएएस अधिकारी की ताजपोशी से पंजाब में सियासत गर्मा गई है। पंजाब सरकार में सिलसिलेवार बाहरी राज्य के लोगों की नियुक्ति पर विवाद अभी थमा नहीं, दूसरी ओर अब विपक्ष के हाथ एक और मुद्दा लग गया है।
ताजा मामला गैर पंजाबी डॉ. सतबीर बेदी की नियुक्ति से जुड़ा है, जिन्हें हाल ही में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड का अध्यक्ष लगाया गया है। गौरतलब है कि रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डॉ. सतबीर बेदी दिल्ली से संबंधित हैं और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल की करीबी बताई जाती हैं। कांग्रेस ने उनकी नियुक्ति पर विरोध जताया है।
इससे पूर्व भी पंजाब की रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी में दिल्ली से नियुक्तियां हुईं थी, जिसको लेकर विपक्ष ने काफी हंगामा किया था। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने ट्वीट कर इस पर आपत्ति जताई और इसे शर्मनाक कहा है।
राजा वड़िंग ने ट्वीट कर लिखा है कि अरविंद केजरीवाल अपने अहसानों के लिए पंजाब का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने लिखा कि रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) की तरह पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड के चेयरमैन पद पर गैर पंजाबी डॉ. सतबीर बेदी की नियुक्ति यह स्पष्ट करती है कि पंजाब दिल्ली द्वारा चलाया जा रहा है।
वहीं, कांग्रेस के नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने भी ट्वीट कर लिखा कि ऐसा लगता है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब सरकार के विभिन्न विभागों में अपना जाल फैला लिया है। इस बार दिल्ली की रिटायर्ड आईएएस एवं केजरीवाल की करीबी डॉ. सतबीर बेदी को पीएसईबी का चेयरपर्सन चुना गया है। उन्होंने लिखा कि इससे पहले भी रेरा में दो पदों पर दिल्ली के आईएएस नियुक्त किए गए थे।
आरटीआई कार्यकर्ता मानिक गोयल ने पंजाब सरकार के आदेश की इस कॉपी को ट्वीट किया था। इसके बाद पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने भी इसे अपने ट्विटर से शेयर किया। दिसंबर 2022 में पंजाब की रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) का चेयरमैन दिल्ली के पूर्व एडिशनल चीफ सेक्रेटरी सत्य गोपाल को नियुक्त किया गया था। साथ ही पूर्व आईआरएस राकेश गोयल को भी नियुक्ति दी गई थी। उस दौरान भी पंजाब कांग्रेस समेत भाजपा और अन्य सियासी दलों ने आपत्ति जताई थी। अब डॉ. सतबीर बेदी की नियुक्ति से नया विवाद खड़ा हो गया है।