चित्रकूट जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे व बहू पर कार्रवाई करने वाली आईपीएस वृंदा शुक्ला ने पूरा अभियान बेहद खुफिया तरीके से अंजाम दिया। इस अभियान में उन्होंने कई मानकों को दरकिनार कर खुद को आगे दिखाकर नेतृत्व की मिसाल कायम की है।
चित्रकूट जिला जेल में बंद विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी निखत बानो को रंगे हाथ पकड़ने के लिए उन्होंने न वर्दी पहनी, न पुलिस प्रशासन के किसी वाहन का प्रयोग किया इसके बावजूद उन्होंने पूरे अभियान को अंजाम तक पहुंचाने में सफलता प्राप्त कर ली।
चित्रकूट जिले में लगभग 5 माह पूर्व गौतम बुद्ध नगर से ट्रांसफर होकर आईं आईपीएस वृंदा शुक्ला ने कुछ ही दिनों में जिले की जनता के बीच में अच्छी पैठ बनाई है। खासकर महिलाओं के मामले में उनकी संवेदनशीलता देखते ही बन रही है।
हाल ही में राजापुर में प्रधानाध्यापक के घर में हुई 30 से 35 लाख रुपए की चोरी का खुलासा इन्होंने 2 दिन में ही करा दिया था। बाहुबली विधायक की पत्नी निखत के जिला जेल में नियमों को दरकिनार कर जेल में पति से मुलाकात करना और नियमों का उल्लंघन करने की जानकारी होने के बाद उन्होंने विभाग के कुछ लोगों को ही विश्वास में लेकर पूरी योजना बनाई।
इसके बाद डीएम अभिषेक आनंद के साथ प्राइवेट वाहन से बिना वर्दी साधारण सामान्य कपड़े पहन कर वह जिला कारागार पहुंची थीं। गौरतलब है कि दोनों अधिकारियों के साथ कोई सुरक्षा व्यवस्था आगे पीछे नहीं थी।
यही कारण था कि जेल प्रशासन उन्हें पहचान नहीं पाया और महज 15-20 मिनट में पूरा मामला उजागर कर दिया। इसका पूरा श्रेय आईपीएस वृंदा शुक्ला को मिला। इस संबंध में उनका कहना है कि यह कार्य प्रणाली का एक हिस्सा है।
अक्सर डीएम व एसपी ऐसे अभियानों को अंजाम देने के लिए नए तरीके अपनाते रहते हैं। जेल में कई दिनों से अनाधिकृत गतिविधियां चलने की सूचना मिल रही थीं, इसी को लेकर यह कार्रवाई की गई।