Pragati Bhaarat:
भारतीय जुगाड़: भारत में कहते हैं प्रतिभा की कमी नहीं है प्रतिभा सिर्फ तलाशने वाला होना चाहिए ” जहां चाह वहां राह “ बस करने की लगन होनी चाहिए और जिसमे कुछ करने का जूनून हो उसके लिए कोई भी काम मुश्किल नहीं होता। ऐसी ही प्रतिभा की खोज एक युवा उद्यमी ने की है इस उद्यमी का थोड़ा सा संछिप्त में हम परिचय बता दें अखिलेश सिंह उर्फ़ वरुण सिंह विधानसभा क्षेत्र चुरहट ग्राम बघवार जिला सीधी मध्य प्रदेश के निवासी हैं इनके परिवार की राजनैतिक पृष्ठभूमि भी रही है अभी हाल ही में इन्होने अपना श्री रामा पैलेस नाम से मर्रिज गार्डन एवं फन फ़ूड विला के नाम से रेस्टोरेंट का स्टार्टअप बघवार में किया है। वैसे तो इनके कई सारे अलग अलग फील्ड में छोटे बड़े व्यवसाय है मगर इस फील्ड में (विवाहघर) यह पहला स्टार्टअप है।
इसके पहले भी एक रेस्टोरेंट फन फ़ूड विला के नाम से ही रीवा में कई वर्षों से संचालित है , आज जब हमारी न्यूज़ नगरी टीम उस रस्ते से गुजर रही थी और श्री रामा पैलेस में जाकर इस रेस्टोरेंट के बारे में जानना चाहा तो अंदर जाकर देखा कि ट्रैक्टर खड़ा है और उसमे कुछ ऐसा लगा हुआ है जो हमारी टीम के लिए और इस क्षेत्र के लिए नया था तो युवा उद्यमी से जानने कि इच्छा जाहिर कि तो युवा उद्यमी ने बताया कि बिजली कि समस्या अक्षर बानी रहती है बीच – बीच में लाइट की कटौती होती है तो जनरेटर की आवश्यकता होती है और आज के ज़माने में जितनी हमें लाइट की आवश्यकता होती है उतनी लाइट के लिए एक बड़े जनरेटर की आवश्यकता होगी तो लगत भी काम से काम 2 से 3 लाख रूपये आएगी ।

तब हमने कुछ नया करने का सोचा और मेरे दिमाग में भारतीय जुगाड़ याद आया कि क्यों न हम कुछ नया ट्राई करें हमारे पास ट्रेक्टर था ही जो कभी कभार उपयोग में लाया जाता था तो हमने सोचा कि इसी का क्यों न जनरेटर बना दिया जाय फिर हमने एक अल्टरनेटर लिया और ट्रैक्टर में सॉफ्ट कि मदद से ट्रैक्टर द्वारा चलित जनरेटर बना दिया जिसकी लागत तकरीबन एक लाख रूपये आई। अब हमारे आवश्यकता अनुसार विजली की व्यवस्था इस भारतीय जुगाड़ से हो जाता है।