फिल्मी जगत का सफर हर इंसान के लिए एक जैसा नहीं होता है। लोग सपने तो बहुत बड़े-बड़े देखते हैं, लेकिन पूरे सिर्फ उन्हीं लोगों के होते हैं, जिनके हौसले भी बुलंद होते हैं। घर की चारदीवारी से निकलकर फिल्म इंडस्ट्री में आना, जितना ग्लैमरस दिखता है, उतना है नहीं। इसका अंदाजा वही लोग लगा सकते हैं, जिन्होंने इस संघर्ष भरे सफर को अपनी नियति मानकर इसके रास्तों को अपनाया। आज हम आपको साउथ फिल्म इंडस्ट्री के एक ऐसे कलाकार के बारे में बताने जा रहे है, जिन्होंने जीरो से लेकर हीरो तक का सफर तय किया। चलिए जानते हैं, उनकी दिलचस्प कहानी के बारे में।
साउथ सिनेमा के जाने माने अभिनेता व निर्देशक नास्सर आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। नास्सर का जन्म पांच मार्च 1958 को मद्रास स्टेट के चैंगलपट्टू में हुआ था। नास्सर का पूरा नाम एम. नास्सर है। अभिनेता ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1985 में आई तमिल फिल्म कल्याण अगाथिगल से की थी। नास्सर को फिल्मों में अभिनय का इतना शौक था कि इस फिल्म में एक छोटे से रोल को भी पाकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था।
नास्सर ने फिल्मों में कदम तो जरूर रख लिया था, लेकिन उनके आगे की राह बिल्कुल आसान नहीं थी। भले ही नास्सर को एक फिल्म में छोटा रोल पाकर ही काम तो मिला था, लेकिन आगे के लिए उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा था। अपने करियर के शुरुआती दिनों में नास्सर अपनी जीविका चलाने के लिए वेटर और सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे। बावजूद इसके उन्होंने कभी हौसला नहीं छोड़ा।
करियर के शुरुआती संघर्षों के बाद नास्सर की किस्मत धीरे-धीरे चमकने लगी। उन्हें एक के बाद एक नई फिल्मों के ऑफर मिलने लगे। नास्सर ने अपनी शानदार अभिनय प्रतिभा के बदौलत इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना ली। उनकी फिल्मों के ही नहीं, बल्कि उनके अभिनय के भी लाखों फैंस दीवाने हैं। आगे चलकर नास्सर कमिला के साथ शादी के बंधन में बंधे। उनके तीन बेटे हैं।
आपको बता दें कि अभिनेता नास्सर ने तमिल के अलावा हिंदी, तेलुगू, मलयालम और अंग्रेजी फिल्मों में भी अपने अभिनय का परचम लहराया। नास्सर की लोकप्रिय फिल्मों में इरुवर, रोजा, वीरम, खुशी, अंगरक्षक, चाची 420 , रावड़ी राठौर, बाहुबली, रमैया वस्तावैया, थलाइवी आदि शुमार हैं। अभिनय के अलावा अभिनेता नास्सर ने कुछ फिल्मों का निर्देशन भी किया है। फैंस आज भी फिल्म ‘बाहुबली’ में उनके अभिनय को खूब याद करते हैं।