Pragati Bhaarat:
पिछले 27 दिनों से पुलिस को चकमा दे रहे वारिस पंजाब दे का मुखी खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के आज सरेंडर करने की सूचना मिल रही है। इसी कड़ी में पुलिस अमृतपाल पर शिकंजा कसने के लिए उसके दो मददगार राजू और कुलदीप को होशियारपुर से हिरासत में लिया गया है। जोकि दोनों रायपुर गांव से पकड़े गए हैं।
गुरुद्वारों की सुरक्षा को बढ़ाई
मिली जानकारी के अनुसार अमृतपाल ने इसी गांव में एनआरआई की कोठी से दूसरा वीडियो जारी किया था। पपलप्रीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद से ही उस पर दबाव बनता जा रहा है। वहीं, पुलिस ने सरेंडर की सूचना मिलते ही गुरुद्वारों की सुरक्षा को बढ़ा दिया है।
तलवंडी साबो के दमदमा साहिब के पास तैनात पुलिस और माथा टेकने जाती हुई संगत।
सुरक्षा एजेंसियों को गुप्तचर विभाग से मिली इनपुट के बाद हरिमंदिर साहिब के आसपास व वारिस पंजाब दे जत्थेबंदी के मुखी अमृतपाल सिंह के गांव जल्लूपुर खेड़ा में भी सुरक्षा बढ़ा दी है। सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली थी कि अमृतपाल वैशाखी वाले दिन पंजाब के तीन तख्तों, दमदमा साहिब, आनंदपुर साहिब या फिर अकाल तख्त साहिब में से किसी एक पर आत्मसमर्पण कर सकता है।
जिस को लेकर सुरक्षा राज्य भर में बढा दी गई है। जानकारी मिली कि अमृतपाल वैशाखी पर अपने परिवार के सदस्यों को मिलने आ सकता है या फिर परिवार के लोग उसे मिलने जा सकते है। इस को लेकर भी गांव जल्लूपुर में सुरक्षा को मजबूत किया गया है।
राज्य में सुरक्षा व नाकाबंदी बढ़ाई
अमृतपाल के करीबी पप्पलप्रीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद संभावनाएं बढ़ गई है कि अमृतपाल सिंह को भी पुलिस गिरफ्तार कर लेगी। जिस के चलते अमृतपाल खुद गिरफ्तार होने की जगह आत्मसमर्पण कर सकता है। उधर बटाला के बाद अब अमृतसर के रेलवे स्टेशन व आसपास अमृतपाल की सूचना देने के लिए पोस्टर लगाए गए है। अमृतपाल ने अकाल तख्त के जत्थेदार को वीडियो के माध्यम से अपील की थी कि वैशाखी पर सरबत खालसा बुलाया जाए। जिस को जत्थेदार अकाल तख्त ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने नजरअंदाज कर दिया।
गांव जल्लूपुर खेड़ा और हरिमंदिर साहिब के आसपास भी सुरक्षा के किए सख्त इंतजाम
दूसरी और अकाली दल अमृतसर की ओर से दमदमा साहिब में पंथक कांफ्रेस करने का एलान किया हुआ है। अकाली दल अमृतसर शुरू से ही अमृतपाल का समर्थक रहा है। पुलिस को यह भी आकंशा है कि अमृतपाल सिंह, अकाली दल अमृतसर की कांफ्रेंस में भी सरेंडर कर सकता है। जिस को लेकर राज्य भर में पुलिस व अर्धसैनिक बलों की नकाबांदी मजबूत कर दी गई है।