Home देश चुनावी साल में वोटरों को साधने के लिए भागवत कथाओं का सहारा, प्रदीप मिश्रा की डिमांड सबसे ज्यादा

चुनावी साल में वोटरों को साधने के लिए भागवत कथाओं का सहारा, प्रदीप मिश्रा की डिमांड सबसे ज्यादा

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चुनावी साल में वोटरों को साधने के लिए भागवत कथाओं का सहारा, प्रदीप मिश्रा की डिमांड सबसे ज्यादा

Pragati Bhaarat:

इस साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है और विधायक, टिकट के दावेदार वोटरों का साधने के लिए भागवत कथाओं का सहारा ले रहे है। विधायकों में सबसे महंगे कथाकार प्रदीप मिश्रा की डिमांड सबसे ज्यादा है। अब तक चार विधायक अपने विधानसभा क्षेत्रों में मिश्रा से कथा कर चुके है। छह विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी साल में भागवत कथा हो चुकी है और अब पांच नंबर विधानसभा क्षेत्र में पिछली बार चुनाव हारे सत्यनारायण पटेल जया किशोरी से भागवत कथा करा रहे है। पांच नंबर क्षेत्र के मौजूदा विधायक महेंद्र हार्डिया ने अभी तक कोई कथा नहीं कराई।

सबसे आगे दो नंबर विधानसभा क्षेत्र
भागवत कथा, भोजन भंडारे कराने में सबसे आगे दो नंबर विधानसभा क्षेत्र है। विधायक रमेश मेंदोला अब तक अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रदीप मिश्रा, बागेश्वर सरकार और अनिरुद्घाचार्य की कथा करा चुके है। कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला भी उन्ही के नक्शे कदम पर है। उनके विधानसभा क्षेत्र में भी प्रदीप मिश्रा, जया किशोरी की कथा हो चुकी है।

राऊ विधायक जीतू पटवारी, देपालपुर विधायक विशाल पटेल भी प्रदीप मिश्रा से अपने विधानसभा क्षेत्र में कथाएं कराकर क्षेत्र की जनता को साधने का प्रयास कर चुके है। जलसंसाधन मंत्री तुलसी सिलावट भी अपने विधानसभा क्षेत्र में भागवत कथा करा चुके है।
वर्ष 2020 में हुए उपचुनाव से पहले भी सिलावट ने क्षेत्र में कई कलश यात्राएं निकलवाकर वोटरों को साधा था। कोरोनाकाल में इस तरह की यात्राएं निकाले जाने पर आयोजनों पर तब कांग्रेस ने सवाल भी उठाए थे।

इन विधायकों ने नहीं लिया सहारा
चार नंबर विधानसभा क्षेत्र में इस साल विधायक मालिनी गौड़ ने कोई कथा नहीं कराई। इसके अलावा महू विधायक उषा ठाकुर ने भी कथाओं का सहारा नहीं लिया। तीन नंबर विधानसभा क्षेत्र के विधायक आकाश विजयवर्गीय नेे भी कोई कथा नहीं कराई है,लेकिन वे मतदाताअेां को धार्मिक स्थानों की सैर करवाते रहते है।

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