शिव मंदिर के पुजारी की पत्थर से सिर कुचलकर हत्या की गई थी। उनका शव मंदिर से करीब 100 फीट दूर जंगल में मिला था। बताया जा रहा है कि मंदिर प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी गौरलाटा की तराई में बना हुआ है।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में शिव मंदिर के पुजारी की हत्या मामले में पुलिस ने बुधवार को एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने पत्थर से सिर कुचलकर पुजारी की हत्या कर दी थी। उनका शव मंदिर से करीब 100 मीटर दूर मिला था। पकड़ा गया आरोपी गांव का ही रहने वाला है और पुजारी के पहाड़ पर लगे क्रॉस (धार्मिक चिन्ह) को हटाने और उसकी जमीन पर धार्मिक झंडा लगाने से नाराज था। मामला चांदो थाना क्षेत्र का है।
सुबह मंदिर गए, फिर मिला था शव
एएसपी प्रशांत कतलम ने बताया कि गौरलाटा पर्वत के नीचे स्थित शिवमंदिर में ग्राम पंचायत धनजी निवासी रतिया चेरवा (60) पुजारी थे। उन्हें प्रतिदिन मंदिर तक लेकर नाती जाता था। रतिया चेरवा शाम तक घर लौट आते थे। 19 जनवरी की सुबह भी रतिया चेरवा अपने नाती के साथ मंदिर गए थे, लेकिन नहीं लौटे। परिजनों ने मंदिर पहुंचकर तलाश की। अगले दिन उनका शव मंदिर से कुछ दूरी पर पड़ा मिला था।
मोबाइल की लोकेशन से आरोपी तक पहुंची पुलिस
जांच के दौरान गांव के ही एक युवक नवीन पन्ना का मोबाइल लोकेशन वारदात वाले दिन मंदिर के पास मिला। इस पर पुलिस ने उसे संदिग्ध मानते हुए हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान उसने हत्या से इनकार कर दिया। उसकी कॉल डिटेल से पता चला कि वह कंदरी निवासी प्रदीप लकड़ा और शिवनाथ खैरवार के संपर्क में था। इस पर पुलिस ने उन दोनों को भी पूछताछ के लिए थाने बुला लिया।
दो युवकों से भी हत्या के लिए मांगी मदद
प्रदीप और शिवनाथ ने पुलिस को बताया कि नवीन ने उनसे हत्या में सहयोग मांगा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इस पर पुलिस ने सख्ती से नवीन से पूछताछ की, तो उसने पुजारी रतिया चेरवा की हत्या करना स्वीकार कर लिया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वारादत वाले दिन उसने पुजारी का पत्थर से सिर कुचल दिया। इसके बाद शव को वहीं छोड़कर भाग निकला था।
जमीन पर धार्मिक झंडे लगाने से नाराज था
पुलिस पूछताछ में नवीन ने बताया कि करीब पांच साल पहले उसके पिता सोरो पन्ना ने पहाड़ी पर धार्मिक चिन्ह क्रॉस लगाया था। इसका गांव वालों ने विरोध करते हुए वहां मंदिर स्थापित कर दिया। मंदिर से लगी उसकी जमीन भी है। पुजारी ने क्रॉस को हटा दिया और उसकी जमीन पर धार्मिक झंडे लगा दिए थे। वहीं पर पूजा-पाठ कर जमीन कब्जा कर ली। इसके चलते उसने पुजारी को मार दिया।