निस्वार्थ सेवा संस्थान
जैसा की बहुचर्चित है निस्वार्थ सेवा संस्थान की एक नई पहल “एक चाय अनुभव की”, इस समय हाथरस शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस कार्यक्रम में निस्वार्थ सेवा संस्थान के कुछ सदस्य जाकर एक अनुभवी व्यक्ति से मिलते हैं और उनसे उनके बचपन की मीठी मीठी शरारतें, उनके द्वारा किया गया संघर्ष एवं उनके द्वारा अर्जित किया हुआ अनुभव कुछ शब्दों में उनसे प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।
इसी क्रम में निस्वार्थ सेवा संस्थान की एक टुकड़ी आज गांव चंदपा में जाकर एक अनुभवी व्यक्ति श्री रामवीर उपाध्याय जी से मिली, जिनका जीवन बचपन से ही काफी संघर्षपूर्ण रहा।
जिन्होंने अपने कमाई की शुरुआत ₹300 महीने पर नौकरी करके की थी, और पूरी इमानदारी से अपने कार्य में वे लगातार आगे बढ़ते रहें जिसके परिणाम स्वरूप लगातार 15 वर्ष तक वे गांव के प्रधान रहे। उन्होंने बताया कि बचपन में वह और उनके मित्र बहुत सारी शरारतें किया करते थे और पढ़ने में उनकी ज्यादा रुचि नहीं थी,
इसके बावजूद उन्होंने खूब मेहनत करके अपने सभी बच्चों को पोस्ट ग्रेजुएशन कराई और सभी बच्चों को एक उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर किया और इसी के परिणाम स्वरूप अंकल जी सारी जिम्मेदारी बच्चों को देकर अब एक समाजसेवी के रूप में अपने जीवन का अनुभव लोगों को दे पा रहें है।
आदरणीय अंकल जी को निस्वार्थ सेवा संस्थान से बात कर काफी आनंद की अनुभूति हुई और उन्होंने यह भी कहा कि मेरे बच्चे भाग्यशाली हैं जो निस्वार्थ सेवा संस्थान परिवार से जुड़े हुए हैं। अंकल जी ने हम सभी को भी यही शिक्षा दी कि अगर आप ईमानदारी से लगातार मेहनत करते रहेंगे तो जीवन में मनचाहा मुकाम हासिल कर सकते हैं।
निस्वार्थ सेवा संस्थान परिवार का बहुत-बहुत आभार व्यक्त किया तथा सभी के अच्छे स्वास्थ्य की कामना भी की।
उक्त कार्यक्रम में संस्था की ओर से अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, सचिव नीरज गोयल, मीडिया प्रभारी नितिन अग्रवाल, सदस्य ध्रुव कोठीवाल एवं सह कार्यकारिणी सदस्य लोकेश सिंघल, व टेकपाल कुशवाह,आदि उपस्थित रहे।