भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी (Sushil Modi) ने शुक्रवार को भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि FB, Google और YouTube जैसी बड़ी तकनीकों को विज्ञापन राजस्व को उचित तरीके से साझा करना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Modi) ने राज्यसभा में भारतीय मीडिया संस्थानों के हक में आवाज उठाते हुए कहा कि भारत में भी ऐसा कानून बनाया जाए ताकि फेसबुक और गूगल जैसी दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनियों को विज्ञापन से मिलने वाले राजस्व का उचित हिस्सा यहां की मीडिया को मिल सके।
राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए सुशील मोदी ने कहा कि भारतीय प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया संकट के दौर से गुजर रहा है क्योंकि विषय वस्तु तैयार करने के लिए संसाधनों पर वह करोड़ों रुपये खर्च करते हैं।
फेसबुक और गूगल कमाई का 75 फीसदी हिस्सा अपने पास रखते हैं
सुशील मोदी ने कहा कि भारतीय मीडिया की आय का सबसे बड़ा स्रोत विज्ञापन है लेकिन विज्ञापनों का 75 से अधिक हिस्सा बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों फेसबुक और गूगल के हिस्से में जा रहा है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोपीय संघ और न्यूजीलैंड जैसे देशों ने कानून बनाकर पारंपरिक मीडिया के हितों को सुरक्षित किया है।