उपराज्यपाल ने कहा कि युवाओं को कल के लिए सशक्त बना रहे हैं। कौशल विकास और अपरेंटिस मेला का उद्देश्य युवाओं के लिए उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है।केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर सरकार युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रयासरत है।
युवाओं को सरकारी रोजगार देने के साथ-साथ उन्हें उद्यमी बनाया जा रहा है। सरकार ने जन भागीदारी अभियान बैक टू विलेज और माई टाॅउन माई प्राइड के तहत 10 दिनों में 75 हजार नए उद्यमियों को तैयार किया।
वहीं, छह लाख से अधिक युवाओं को उद्यमी बनने के लिए तकनीकी और वित्तीय सहायता दी है। यह बातें उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्लौड़ा स्थित बीएसएफ कैंप में आयोजित युवा महोत्सव कार्यक्रम में कहीं।
उपराज्यपाल ने कहा कि युवाओं को कल के लिए सशक्त बना रहे हैं। कौशल विकास और अपरेंटिस मेला का उद्देश्य युवाओं के लिए उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के छह जिलों में 20 मार्च को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय शिक्षुता मेले का आयोजन किया जा रहा है।
केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में राजमार्ग और सुरंग बनाने के लिए एक लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही है। अगले पांच वर्षों में जम्मू-कश्मीर के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि के योगदान को दोगुना करने के लिए पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक उपलब्ध कराए गए हैं।
बीते तीन वर्षों में 30 हजार सरकारी पदों को भरे है। सरकार 20 हजार रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू करने जा रही है। उप-राज्यपाल ने इस दौरान मिशन यूथ की योजनाओं के लाभार्थियों, धावकों, अग्निवीर और जेकेपी के नए रंगरूटों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि सरकार 17 स्वरोजगार योजनाएं चला रहा है। हर जिले में रोजगार मेले हो रहे हैं।