भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज के शुरुआत से पहले मोहम्मद सिराज और उमरान मलिक विवादों में पड़ गए हैं। होटल में उनके तिलक न लगवाने के फैसले को धर्म से जोड़कर विवाद खड़ा करने की कोशिश हो रही है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत नौ फरवरी से हो रही है। दोनों टीमें चार टेस्ट मैच की सीरीज खेलेंगी। इसके बाद तीन वनडे की सीरीज भी खेली जाएगी, लेकिन इस सीरीज से पहले ही टीम इंडिया के दो अहम खिलाड़ी विवादों में फंसते दिख रहे हैं। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और उमरान मलिक का ने होटल में तिलक लगवाने से इंकार कर दिया था। इसी वजह से इन दोनों को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। हालांकि, कई फैंस उनका समर्थन भी कर रहे हैं।
सिराज के अलावा भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर और स्पोर्ट स्टाफ के सदस्य हरि प्रसाद मोहन ने भी तिलक नहीं लगवाया था, लेकिन आलोचक जान बूझकर सिराज और उमरान पर निशाना बना रहे हैं और इस मामले को धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
भारतीय टीम का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें टीम के सभी सदस्य होटल के अंदर जाते दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान होटल स्टाफ तिलक लगाकर टीम के सभी सदस्यों का स्वागत कर रहे हैं, लेकिन टीम इंडिया के कुछ सदस्य तिलक लगवाने से मना कर देते हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि उमरान मलिक, मोहम्मद सिराज, विक्रम राठौर और हरि प्रसाद मोहन तिलक लगवाने से मना कर देते हैं। हालांकि, टीम के बाकी सदस्य तिलक लगवाते हैं और कई सदस्य तो अपना चश्मा उतारकर भी तिलक लगवाते हैं।
क्या है विवाद?
कई आलोचकों ने सोशल मीडिया पर यह वीडियो शेयर करते हुए विवाद खड़ा करने की कोशिश की है। आलोचकों का कहना है कि सिराज और उमरान मलिक अपने धर्म को लेकर बहुत कट्टर हैं। इसी वजह से ये दोनों तिलक नहीं लगवा रहे हैं। हालांकि, दोनों के फैंस ने समर्थन में लिखा कि विक्रम रौठार और हरि प्रसाद भी तो तिलक नहीं लगा रहे हैं, लेकिन उन पर कोई बयानबाजी नहीं कर रहा है।
सिराज और उमरान व्यर्थ की बहस से दूर अपने खेल पर ध्यान दे रहे हैं। बुमराह की गैरमौजूदगी में सिराज पर ही भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दिलाने की जिम्मेदारी होगी।